Agricultural law: UPA sarkar mein teenon krishi kanoon ka sujhav Sharad Pawar ne diya tha: यूपीए सरकार में तीनों कृषि कानून का सुझाव शरद पवार ने दिया था

उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि देश में लागू किए गए जिन तीनों कृषि कानून का विरोध किया जा रहा है, उनका सुझाव यूपीए सरकार में तत्कालीन कृषि मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने स्वामीनाथ कमेटी की संस्तुति के आधार पर दिया था। लेकिन इसको लागू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने किया है, फिर भी कांग्रेस आज इन कानूनों का विरोध कर रही है। किसानों को विरोध के लिए भड़का रही है। यह दोहरी नीति है।
बदायूं में आयोजित होने वाली किसान रैली में शामिल होने जा रहे कृषि मंत्री शाही ने यह बात मंगलवार को सुबह बरेली के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून बहुत सोच-समझकर लागू किए गए हैं, क्योंकि ये कानून किसानों के जीवन में खुशहाली लाएंगे। वजह यह है कि यह किसानों को उनकी उपज का भरपूर लाभ दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग एमएसपी न होने की बात कह रहे हैं, उनको पता होना चाहिए कि एमएसपी पर लगातार खरीदारी की जा रही है।
‘कांग्रेस की नीतियों ने किसानों को परेशान किया’
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि कुछ लोग दुराग्रह और निजी हितों के लिए किसान आंदोलन के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं। यह बात किसानों की समझ में आने लगी है, इसलिए उनका आंदोलन धीरे-धीरे सिमट रहा है। शाही ने कांग्रेस की महापंचायतों को लेकर प्रियंका गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज किसान परेशान है तो यह कांग्रेस सरकार की देन है।
मनमोहन सिंह की नीतियों की वजह से किसान न सिर्फ गरीब बना रहा, बल्कि आत्महत्या करने तक को मजबूर हो गया था। लेकिन केंद्र और प्रदेश में बीजेपी की सरकार ने किसानों को कठिनाइयों से निकालने का काम किया है। इसके परिणाम सामने आ रहे हैं। नए कृषि कानून लागू होने के बाद किसानों को बेहद लाभ होगा।
‘एसपी ने यूपी को बना दिया था अपराध प्रदेश’
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने एसपी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव कहते थे कि उनका काम बोलता है। लेकिन सीएम योगी का काम दिखाई देता है। एसपी सरकार में क्या काम बोलता था, यह सब जानते हैं। तब प्रदेश में डर और भय का माहौल था। अपहरण, फिरौती, हत्या और बलात्कार को लेकर प्रदेश अव्वल स्थान पर था, तब एसपी ने यूपी को अपराध प्रदेश बना दिया था। लेकिन बीजेपी की सरकार आते ही प्रदेश से डर का माहौल खत्म हो गया। गुंडे जेल में पहुंच गए।