noida child kidnapping case: noida kidnapping case daksha ko jinda nahar me phenka tha : अगवा दक्ष को जिंदा ही नहर में फेंकने का शक फेंका

हाइलाइट्स:
- नोएडा में दक्ष किडनैपिंग-मर्डर केस में आरोपी गिरफ्त से दूर
- पुलिस को अंदेशा- वारदात के तीन घंटे बाद नहर में जिंदा फेंका
- अपहरण के पांच दिन बाद एक नहर से मिला था मासूम का शव
- पुलिस को वारदात में किसी करीबी रिश्तेदार या संबंधी पर शक
ग्रेटर नोएडा के दक्ष किडनैपिंग-मर्डर केस की तफ्तीश में पुलिस जुटी है। अपहरण के 5वें दिन दक्ष का शव बुलंदशहर नहर में मिला था। बच्चे के शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं थे। पुलिस को आशंका है कि अपहरण के करीब 3 घंटे बाद ही बच्चे को जिंदा नहर में डाल दिया गया। पानी में डूबने से उसकी मौत हुई है। पुलिस को इस वारदात में किसी करीबी रिश्तेदार या परिवार के संबंधी के होने की आशंका है। वहीं पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए घर पर लोगों का तांता लगा है।
बता दें कि रेलवे रोड वेद विहार कॉलोनी निवासी बिजली कर्मचारी मुनेंद्र कुमार के साढ़े तीन साल के छोटे बेटे दक्ष का घर के सामने से अपहरण हुआ था। 31 मार्च को सुबह करीब 10 बजे उसे अगवा करने के बाद नहर में डाल दिया गया था। 4 अप्रैल रविवार की सुबह बुलंदशहर की सीमा में नहर से शव बरामद हुआ। सोमवार को समादवादी पार्टी जिलाध्यक्ष वीर सिंह यादव, राजकुमार भाटी, महेश भाटी, श्यामसिंह भाटी, कुलदीप भाटी भी पहुंचे। सपा नेताओं ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर की।
दादरी छोड़कर वापस जाना चाहते हैं गांव
दक्ष की हत्या के बाद पिता ने दादरी छोड़कर फिर गांव वापस जाने का मन बना लिया है। हालांकि दादरी में करीब 20 साल से मुनेंद्र दो भाइयों समेत परिवार के साथ रहते थे। मुनेंद्र कुमार ने बताया कि अब दादरी में रहने का मन नहीं है। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करे भले ही मेरे परिवार या रिश्तेदार क्यों न हो। वह पुलिस की मदद को तैयार हैं।
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पुलिस ने कॉलोनी के सभी घरों की ली थी तलाशी
31 मार्च को अपहरण के बाद बच्चे को जिंदा जारचा की सीमा की नहर और सिकंदराबाद गुलावठी रोड सन्नौटा के पास गंग नहर में डालने की आशंका है। शव करीब 5 दिन पुराना था इससे अनुमान लगाया जा रहा कि अपहरण के दिन ही उसे पानी में डाल दिया गया। लापता बच्चे को ढूंढने के लिए कॉलोनी के सभी घरों की तलाशी ली गई थी। कॉलोनी के बाहर निकलकर सभी रूटों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को भी खंगाला गया था।
रेकी की गई थी
होली के त्योहार पर पीड़ित परिवार के साथ अपने पैत्रक गांव मुरादगढ़ी गया था, वापस 30 को लौटकर दादरी घर पहुंचा था। पीड़त ने बताया कि आरोपी ने दादरी आने तक की पूरी रेकी की उसके बाद ही बच्चे का अपहरण किया है।
दादरी कोतवाली के एसएचओ राजवीर सिंह चौहान का कहना है कि पुलिस की टीम आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगी है। तीन दिन के अंदर मामले का खुलासा हो जाएगा। बच्चे की पानी में डूबने से मौत हुई है। अपहरण के रोज ही उसे नहर में डाल दिया गया था।

दक्ष का हुआ था अपहरण